अनिद्रा से हैं परेशान तो अपनाएं यह उपाय for Dummies



विकृत चेतना और उन्माद के रोगियों में एक विशेष लक्षण यह होता है कि अकारण ही उन्हें चिंता बनी रहती है। बुढ़ापे तथा अन्य कारणों से मस्तिष्क-अवनति में, अच्छी नींद आने पर भी लोग बहुधा शिकायत करते हैं कि नींद आई ही नहीं। (दे.सिं.)

बुरे सपनों और अनिद्रा से हैं परेशान तो अपनाएं यह उपाय

रोगी ही नहीं बल्कि स्वस्थ लोगों को भी अपने स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहना चाहिए। पौष्टिक आहार दोनों अवस्थाओं के लिए श्रेष्ठ हैं। खट्टे-मीठे, चटपटे, मिर्च-मसालेदार, बासी, अधकचरे, अधपके, बाजारू खाद्य-पेय, मादक, उत्तेजक खाद्य-पेय, गरिष्ट खाद्य, देर से पचने वाले खाद्य पदार्थ, पाचन प्रणाली को नुकसान पहुंचाने वाली वस्तुएं कदापि प्रयोग नहीं करनी चाहिए। चिंता, तनाव, क्रोध, मिथुन और अन्य व्यसनों से रोगी को दूर रखना चाहिए।

डिफ्यूजर को ऑन करें और ऊपर खाली जगह को पानी से भर दें।

अनिद्रा के लक्षण जानने के बाद अब बारी आती है इसके कारणों पर गौर करने की।

बहुत सारे वयस्क अल्पकालिक (तीव्र) अनिद्रा का अनुभव कर सकते हैं जो हफ्तों या दिनों तक रहता है। यह आमतौर पर एक दर्दनाक घटना या सिर्फ तनाव के बाद के प्रभाव के कारण होता है। लेकिन ज्यादातर, जो लोग एक महीने से अधिक समय तक पुरानी (दीर्घकालिक) अनिद्रा का अनुभव करते हैं, वे कुछ चिकित्सीय स्थितियों या दवाओं के दुष्प्रभावों के कारण होते हैं।

अनिद्रा (नींद न आना) से अवसाद विकसित हो सकता है, अवसाद भी आपको अनिद्रा के विकास की संभावना बना सकता है। अवसाद के लक्षण अनिद्रा का कारण बन सकते हैं। उपचार में जीवनशैली में बदलाव, चिकित्सा और दवा शामिल हो सकते हैं।

बाबा रामदेव के अनुसार पतंजलि सर्पगंधा एवं अश्वगंधा का प्रयोग अनिद्रा दूर करता है। इन दोनों को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बना लें तथा सोते समय तीन से पांच ग्राम चूर्ण पानी के साथ लें।

मनोचिकित्सा, बेहतर नींद की आदतें विकसित करना और दवाएं गैर-चिकित्सा चिकित्सा के अंतर्गत आएंगी। यदि मधुमेह या रजोनिवृत्ति अनिद्रा का कारण बनती है, तो स्थिति नींद न आने की बीमारी का इलाज किया जाएगा। यदि दवाएं अनिद्रा का कारण बनती हैं, तो या तो दवा बदल दी जाएगी या डोज़ कम कर दी जाएगी।

अनिद्रा के प्रकार - होने के कारण के आधार पर

नींद पर रोक – यह उपचार आपके बिस्तर में बिताए जाने वाले समय को घटाता है और दिन की नींद से बचाता है, जिससे आंशिक नींद का अभाव होता है और आप अगली रात बहुत थका हुआ महसूस करते हैं। एक बार आपकी नींद में सुधार हो जाये, तो आपके सोने का समय धीरे-धीरे बढ़ाया जाता है।

इसके अलावा सोने से पहले शांत करने वाली चीजों के साथ समय बिताएं. जैसे पढ़ना, जर्नलिंग या मेडिटेशन

अनिद्रा का उपचार चिकित्सकीय या व्यावहारिक हो सकता है।

गहरी तथा पूरी नींद लेने के कारण आपका स्वास्थ्य भी अच्छा बना रहेगा तथा आप अपने सभी कार्य अच्छे से निवटा सकेंगीं। यदि आप सोने से पहले अपने मन तथा शरीर को शांत click here करना चाहती हैं तो इसके लिए आप एक चौथाई चम्मच शहद तथा एक चौथाई सेंधा नमक और एक चम्मच नारियल तेल गुनगुने पानी में डालकर पी लें। इससे आपका मन तथा शरीर शांत हो जायेगा तथा आपको अच्छी नींद आएगी।

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